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Showing posts from April, 2016

कॉनकोर्ड का रहस्य : alien ki kahani - story of alien

कॉनकोर्ड का रहस्य : alien ki kahani - story of alien - सुदूर अंतरिक्ष से आने वाले उड़न-तश्तरी सवार धरती पर क्यों आते हैं, उनकी रूचियां पृथ्वी पर किन चीजों से संबंधित हैं ? ऐसे ही अनेक और भी सवाल हैं कि जिनके उत्तर हमें आज भी स्पष्ट तौर पर मालूम नहीं , परंतु एक बात तो तय है कि जब-जब मानव ने किसी विशेष चीज का निर्माण किया या केई विशेष उपलब्धि पाई, तब-तब इन यानों ने इनमें अपनी रूची दर्शाई है !  प्रस्तुत घटना भी ऐसे ही संदर्भों में से एक है ! जब मानव ने हवाई इतिहास में एक अभूतपूर्व सफलता सुपर सोनिक जेट एयरलाइनर कॉनकोर्ड विमान बनाकर पाई, तो यह सफलता अपने आप में किसी ख्वाब के पूरा होने के समान थी !  यह अपने किस्म का सबसे अद्भुत विमान था ! सैकड़ों यात्रियों को लेकर ध्वनि की गति से भी तेज उड़ने वाला यह यान उस समय किसी अजूबे से कम न था ! पहली बार उड़ान के समय इस यान की एक फिल्म खींची गई थी !  इस फिल्म का उद्देश्य इस यान की उड़ान को चित्रित कर इसे सफलता के सबसे ऊंचे शिखर पर पहुंचाना था, परंतु जब इस फिल्म को रिकॉडिंग के बाद देखा गया , तो देखने वालों की आंखे हैरत के मारे खुली-की-खुली रह गईं !  इस

बरमूडा का रहस्य - Bermuda Triangle Mystery in hindi

बरमूडा का रहस्य - Mystery of Bermuda Triangle in hindi : 4 मार्च ,1918 को अमेरिकी जल सेना का रसद पोत (ship) साइक्लोरस 309 कर्मचारियों सहित डूब गया ! यह सब इतनी शीघ्रता से हुआ कि पोत के चालक दल को आपात संदेश भेजने का भी समय नहीं मिला ! इस घटना के बाद ऐसी दर्जनों दुर्घटनाओं से बरमूडा त्रिकोण का रहस्य और भी गहराता गया ! 1945 में खोजी अवेंजर बम्बर के 5 वायुयानों का दस्ता भी दिग्भ्रमित होकर इस त्रिकोण का शिकार बना !  आखिर में 1978 में घटी इस घटना ने फ्लोरिडा, प्यूर्टोरिको और बरमूडा के बीच फैले इस त्रिकोण की चौकसी रखने वाले विशेषज्ञों के दल को अचंभित कर दिया ! एस्टर, फ्लोरिडी के पास स्थित पाइनकेसल इलेक्ट्रोनिक वारफेयर क्षेत्र के राडार दल के सदस्य उस वक्त सकते में आ गए, जब राडार के पर्दे पर घूमती हुई एक अंट-शंट एक आकृति प्रकट हुई ! उस समय किसी भी मिलिटरी अथवा अन्य वायुयान के आने का कार्यक्रम नहीं था ! राडार के पर्दे पर यह आकृति बड़े ही अंट-शंट तरीके से घूम रही थी, कभी दाएं, कभी बाएं, कभी स्थिर तो कभी एक सेकेंड में 800 कि.मी. की रफ्तार पकड़ रही थी !  जब अधिकारियों ने अपनी दूरबिनों से आका

अज्ञात ग्रह का प्राणी और कबीलाई - Alien Story in hindi

अज्ञात ग्रह का प्राणी और कबीलाई - Alien Story in hindi : यह सर्वमान्य सच है कि उड़न-तश्तरियां प्रायः विकसित देशों में ही दिखाई देते हैं ! वे इन कथित रूप से विकसित देशों के गोपनीय अड्डों और अति महत्तवपूर्ण स्थानों पर अक्सर मंडराति हुई दिखाई दी हैं ! परंतु इसका मतलब यह कतई नहीं कि उनकी रूचि मात्र इन्हीं देशों तक ही सीमित हो ! ऐसा भी नहीं है कि इन अज्ञात लोकों से आए वाहन और इनमें सवार प्राणियों की सिर्फ अति सभ्य समझे जाने वाले कथित पढ़े-लिखें लोगों में ही रूचि हो ! उड़न-तश्तरियों के ये सवार कई बार कबीलाई लोगों से भी संपर्क स्थापित कर अपना संदेश इन तक पहुंचाते है ! ये अलग बात है कि इनके संदेशों के पीछे छिपे वास्तविक अर्थों से हम आज भी अनजान हैं ,परंतु आने वाला समय इसका भी कोई-न-कोई अर्थ अवश्य लेकर आएगा ! ऐसी ही एक घटना सन् 1965 में चालक ( अर्जेंटिना और पेरागुए के बोर्डर पर स्थित एक स्थान का नाम ) में घटी ! सन् 1965 में चालक के स्थीनीय टोबा कबीले के कोई 50 लोग उस समय हैरत में आ गए , जब उन्होंने अपने छोटे से गाँव के ऊपर एक गोलाकार यान को मंडराते हुए देखा ! थोड़ी ही देर में वैसे ही कुछ

बेवफाई शायरी - bewafai shayari - love shayari

बेवफाई शायरी हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला ; हम को जे भी मिला बेवफ़ा यार मिला ; अपनी तो बन गई तमाशा जिंदगी ; हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला ! प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था ! वफ़ा के बदले मिलेगी वेफ़ाई कहाँ मालूम था ! सोचा था तैर कर पार कर लेंगे प्यार के दरिया को ! पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था ! प्यार करने का हुनर हमें आता नहीं ; इललिए हम प्यार की बाजी हार गए ; हमारी जिन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था ; शायद इसलिए वो हमें जिंदा ही मार गई ! जनाजा मेरा उठ रहा था ; फिर भी तकलीफ थी उसे आने में ; बेवफ़ा घर में बैठी पूछ रही थी ; और कितनी देर है दफनाने में ! मत बहा आँसुओं में जिंदगी को ; एक नए जीवन का आगाज कर ; दिखानी है अगर दुश्मनी की हद तो ; जिक्र भी मत कर , नज़र अंदाज़ कर ; नहीं करती थी प्यार तो , मुझे बताया होता ; गौर फरमायेगा ; नहीं करती थी प्यार तो, मुझे बताया होता ; बुला के पार्क में यूँ धोखे से अपने भाईयों से ; तो ना पिटवाया होता ! तुमको समझाता हूँ इसलिए ए दोस्त ; क्योंकि सबको ही आज़मा चुका हूँ मैं ; कहीं तुमको भी पछत

आऱए़एफ और उड़न-तश्तरी - एलियन की कहानी - Story of alien

आऱए़एफ और उड़न-तश्तरी - एलियन की कहानी - Story of alien : पूर्वी इंग्लैंड में स्थित बेंटवाटर्स के अमरीकी वायु सैनिक अड्डे पर स्थापित राडार ऑपरेटर हमेशा की ही तरह मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहा था !  उसे नहीं पता था कि आने वाले कुझ ही पलों में वह अपने राडार पर कोई ऐसी चीज देखेगा, जो शायद पहले उसने कभी नहीं देखी हो ! 13 अगस्त, 1956 की रात बेंटवाटर्स के राडार ऑपरेटर ने अपने राडार पर बड़ी ही अजीब चीज देखी ! उसके राडार के जानकारी के अनुसार कोई अज्ञात यान उत्तरी समुद्र की तरफ से अविश्वसनीय गति से उस ओर चला आ रहा था !  फिर उसके देखते ही देखते वह अज्ञात यान बेंटवाटर्स के ऊपर से हेता हुआ एक अन्य एयर फोर्स बेस, लेकनहीथ की तरफ निकल गया !  लेकनहीथ राडार ने इस अज्ञात यान के सिग्नल लेने शुरू कर दिये ! उसके नजदीक आने पर कई लोगों ने अपनी आँखों से उस तरफ आते हुए देखा ! अपने आकार से वह किसी भी मानव निर्मित यान से मेल नहीं खाता था !  एयर फिल्ड के ठीक ऊपर पहुंचकर वह यान हवा में ठहर गया ! कुछ यूं ही रहने के बाद उसने एयर बेस के ऊपर इधर-से-इधर उड़ते हुए हवाई गोते लगाना शुरू कर दिए !  यान के बारे में प

दर्द भरी शायरी -Dard bhari Shayari - Love Shayari

दर्द भरी शायरी - Dard bhari shayari दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएँ ! हंसते हुए ये जख्म किसे बताएँ ! कहती है ये दुनिया हमें खुश नसीब ! मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएँ ! हर वक्त तेरे आने की आस रहती है ! हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है ! सब कुछ है यहाँ बस तू नहीं ! इसलिए शायद ये जिन्दगी उदास रहती है ! पास आकर सभी दूर चले जाते ! अकेले थे हम, अकेले ही रह जाते है ! इस दिल का दर्द दिखाएँ किसे ! मलहम लगाने वाले ही जख्म दे जाते है ! जो मेरा था वो मेरा हो नहीं पाया ! आँखों में आँसू भरे थे पर मैं रो नहीं पाया ! एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि हम मिलेंगे ख्वाबों में ; पर मेरी बदकिस्मती तो देखिये ; उस रात तो मैं खुशी के मारे सो भी नहीं पाया ! मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं ; फिर भी खुश हूँ मुझे उससे कोई गिला नहीं ; और कितने आंसू बहाऊँ उसके लिए ; जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा ही नहीं ! टूटा हो दिल तो दुःख होता है ; करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है ; दर्द का एहसास तो तब होता है ; जब किसी से मोहब्बत हो और उसके दिल में कोई और हो ! ऐ दिल मत कर इतन

इश्क शायरी-दर्द भरी शायरी - Love Shayari

इश्क शायरी-दर्द भरी शायरी - Love Shayari वो वक्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे ! दुनिया में हम खुश नसीब होंगे ! दूर से जब इतना याद करते हैं आपको ! क्या होगा जब आप हमारे करीब होगे ! कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है ! कोई कहता है प्यार सजा बन जाता है ! पर प्यार करो सच्चे दिल से , तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है ! कभी किसी से प्यार मत करना ! हो जाये प्यार तो इंकार मत करना; चल सको तो चलना उस राह पर वरना किसी की जिन्दगी बर्बाद मत करना ! जब कोई ख्याल दिल से टकराता है ! दिल न चाह कर भी खामेश रह जाता है ! कोई सब कुछ कहकर , प्यार जताता है कोई कुछ न कहकर भी , सब बोल जाता है ! छुपा लू तुझको अपनी बाँहों में इस तरह , कि हवा भी गुजरने की इजाज़त माँगे ; मदहोश हो जाऊँ तेरे प्यार में इस तरह कि होश भी आने की इजाज़त मांगे ! सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं ; दूर वो मुझसे है पर मैं खफा नहीं ; मालूम है अब भी वो प्यार करते हैं मुझसे ; वो थोड़ा सा जिद्दी है , मगर वेवफा नहीं ! दिल की किताब में गुलाब उनका था ; रात की नींदों में ख्वाब उनका था ; कितने प्यार करते हो जब हम

अलमीरो के चित्र - एलियन की कहानी - Mystery Of Alien

कई लोगों ने विभिन्न मौके पर उड़न-तश्तरियों को देखने का दावा किया है , परंतु अपने दावों की सच्चाई के पक्ष में प्रस्तुत करने के लिए उनके पास कभी केई ठोस सबूत नहीं रहा ! यह सच है कि व्यक्ति को सम्मोहित (hypnotise) करके सच्चाई को जाना जा सकता है , परंतु ऐसी सच्चाई से सिर्फ वैज्ञानिक समुदाय रू-ब-रू हो सकता है , एक आम आदमी नहीं ! यह सच है कि उड़न-तश्तरिसां बता कर नहीं आती और ना ही उनका कोई निश्चित स्थान या समय होता है! कभी-कभी कोई एक भाग्यशाली ऐसा भी होता है , जो सबूत पेश करने के उपकरणों से लैस होता है --- जी हां , कैमरा लिए होता है !   यह घटना अलमीरो बरौना नामक एक पेशेवर फोटोग्राफर से संबंधित है ! 16 जनवरी 1958 को अलमीरान्हे सालडनहा  नामक एक ब्राजीलियन जहाज अटलांटिक में स्थित ट्रिनिडाड के द्वीप से रवाना होने की पूर्ण तैयारी में खड़ा था !  इस जहाज की डेक पर अलमीरो बरौना नामक एक फोटोग्राफर भी मौजूद था !   अचानक अलमीरो की नजर सामने आकाश में उड़ती हुई एक अजीब चीज पर जा पड़ी !  वह चीज एक अद्भुत तश्तरीनुमा यान था !  तीव्र गति और अद्भुत चमक लिए वह उड़न-तश्तरी सीधी द्वी

जब उड़न-तशतरी ने जलाया - Radioactive effect of Alien Spaceship

जब उड़न-तशतरी ने जलाया - Radioactive effect of Alien Spaceship in hindi : प्रस्तुत घटना 1980 के 29 दिस्नबर की रात लगभग 9 बजे की है ! एक लड़का, उसकी दादी और दादी की एक सहेली बाहर कहीं भोज से वापस लौट रहे थे ! तीनों टेक्सास (अमरीका) स्थित हफ्फमैन के पास से गुजरने वाली एक सुनसान सड़क से होकर अपनी कार में सफर कर रहे थे ! अचानक उनकी नजर पेड़ों के एक झुरमुट के ऊपर से होकर गाड़ी की तरफ आती हुई , एक चमकती हुई चीज पर जा पड़ी ! उन्होने देखा कि एक विचित्र यान उड़ता हुआ रोड के ठीक ऊपर आ गया था ! रोड के ऊपर उड़ता हुआ वह यान उनकी कार के ठीक सामने आ गया !  उसके आचरण को देखते हुए उन्होंने गाड़ी को उससे करीब 60 मीटर की दूरी पर रोक दिया। गाड़ी रोककर दोनों औरतें उस यान को देखने के लिए गाड़ी से बाहर निकल आईं ! वह यान अपने आकार-प्रकार में बड़ा ही रहस्यमय था।  उसका आकार विशाल चमकते हुए हीरे के आकार के समान था ! उसे देखकर ऐसा लगता था, मानो वह अपने नीचे से निकलने वाली गहरी लाल लपटों के बदौलत ही हवा में उड़ रहा हो !  वह लाल लपटें उस यान में से समय-समय पर निकल रही थी ! उन दोनों महिलाओं ने गौर किया कि यान के चार

उड़न तश्तरी से गिरा धातु का वह टुकड़ा - Real Story of Alien

उड़न तश्तरी से गिरा धातु का वह टुकड़ा- एलियन की कहानी - Real Story of Alien in hindi : हम और आप चलते-चलते सड़क पर पड़ी अनेक चीजों को देखते है ! इनमें छिलके, प्लास्टिक के टुकड़े आम बात है ! कभी-कभी हम सड़क पर पड़ी किसी ऐसी ही चीज (मसलन कोई लोहे का टुकड़ा या नट वगैरह) को उठा तक लेते है ! पर कल्पना कीजिए की आप सड़क पर गिरे किसी धातु के टुकड़े को उठाएं और उसके कुछ ही देर बाद कोई आपसे वह टुकड़ा माँगने आए और न देने पर आपको बुरी तरह से धमकाए तो ?  सन् 1995 में फरवरी माह में न्यूजीलैंड के व्यापारी के साथ उड़न-तश्तरी संबंधी ऐसा ही बड़ा रोचक हादशा पेश आया ! उड़न-तश्तरी देखे जाने के घटना के दौरान उसने उड़न-तश्तरी से गिरे धातु के टुकड़े को उठा लिया।  इसके कुछ ही घंटें बाद उस व्यापारी की मुलाकात एक बड़े ही अजीब तरह के व्यक्ति से हुई ! उस अजनबी ने पूर्णतः काले रंग का सूट पहन रखा था ! उसने आते ही उड़न-तश्तरी से गिरे धातु के उस टुकड़े की माँग कर दी, पर वह टुकड़ा उस व्यापारी के पास नहीं था !  उसने अपने अजनबी मेहमान के बताया कि वह टुकड़ा उसने जाँच के लिए संबंधित विशेषज्ञों को दे दिया है ! काले कपड़े वाल

विशाल उड़न-तश्तरी - एलियन की कहानी - Mystery of Alien

विशाल उड़न-तश्तरी - एलियन की कहानी - Mystery of Alien : हजारों लोगों द्वारा समय-समय पर उड़न-तश्तरियों के देखे जाने की सूचनाएं दर्ज की गई है ! लोगो द्वारा विभिन्न समयों में अद्भुत आकार-प्रकार और विभिन्न नाप की उड़न-तश्तरियों को देखे जाने संबंधी सैकड़ों सूचनाएं दर्ज है ! लोगों ने कैमरा उपल्ब्ध न होने पर देखे गए रहस्यमय यानों के अनेक रेखाचित्र उपलब्ध करवाएं है ! इन रेखा चित्रों के आधार पर हम कह सकते है कि सुदूर अंतरिक्ष से आने वाली ये कथित उड़न-तश्तरियां किसी भी आकार-प्रकार की हो सकती हैं ! इनकी लंबाई-चौड़ाई भी अलग-अलग हो सकती है, कोई छोटी तो कोई मोटी !  सन् 1949 को अनरीकी नौसेना के एक विमान के दो दर्जन से अधिक कर्मचारियें ने जो कुछ देखा, वह शायद अब तक देखी जाने वाली उड़न-तश्तरियों में से सबसे विशाल थी !  अटलांटिक पार की अपनी लंबी उड़ान के बाद अमरीकी नौसेना का एक विमान न्यूफाउंडलैंड के किनारों की तरफ बढ रहा था ! अचानक विमान चालक की नजर अपने सामने उपस्थित कुछ रोशनियां पर पड़ी !  ऐसा लगता था, मानो वे रोशनियां समुद्र की सतह पर तैर रही हो ! चालक ने गौर से देखने का मन बनाते हुए अपने विमान को

पकड़ी गई उड़न-तश्तरी का रहस्य - एलियन की लाश - Story of Alien

पकड़ी गई उड़न-तश्तरी का रहस्य - एलियन की लाश - Alien dead body - Story of Alien : 2 जुलाई , 1947 की अंधेरी रात में रोजवैल (न्यू मैक्सिको, अमरीका) के आकाश में एक अद्भुत चमकीला यान (उड़न- तश्तरी) दिखाई दिया !  इसके ठीक बाद एक जोरदार धमाका सुनाई दिया और वह पश्चिम दिशा की तरफ उड़ता दिखाई दिया ! अगली सुबह एक मवेशी पालक को उस यान के उड़न पथ के नीचे मलबे के रूप में कुछ अवशेष मिले !  बिखरे हुए इस मलबे के ढेर में मुख्य रूप से धातु के पतले मगर कठोर टुकड़े बिखरे पड़े थे ! मलबे में पड़े वे टुकड़े अपने आप में बड़े ही अजीब थे ! मवेशी पालक उन्हे सुगमता से मोड़ रहा था, परंतु उन्हें तोड़ना आसान नहीं था !  इस मलबे के ढेर से पश्चिम की तरफ कई मील दूर इससे भी ज्यादा कुछ अद्भुत चीज पाई गई ! कथित इलाके में काम कर रहे एर सिविल इंजीनियर ने एक बड़ी ही आश्चर्यजनक और रोचक वस्तु देखी !  यह धातु की बनी हुई गोलाकार वस्तु थी और इसकी चौड़ाई करीब 10 मीटर थी ! जमीन पर गिरी इस डिस्क के चारों तरफ कई लाशें पड़ी थीं ! लाशें देखने में इंसानों के समान थीं, परंतु उनके सिर आश्चर्यजनक रूप से बड़े थे और पूर्णतः बाल विहीन थे ! अभ

अद्भुत हवाई पीछा - रोमांचक एलियन की कहानी - Real Story of Alien

अद्भुत हवाई पीछा - रोमांचक एलियन की कहानी - Real Story of Alien : समय - समय पर कई विमान चालकों ने अपनी हवाई उड़नों के समय ऐसी रहस्यमय चीजों को देखा है कि जिनके बारे में वे खुद भी नहीं जान पाए कि वस्तुतः उन्होंने क्या देखा था !  इन विमान चालकों से लेकर पूर्ण प्रशिक्षित बमबर्षक विमान चालक भी शामिल है ! ऐसी ही एक रहस्यमय घटना 1 अक्तूबर, 1948 को ल्युटनेंट जॉर्ज गॉरमेन के साथ घटी।  ल्युटनेंट जॉर्ज उस रात अपने बमबर्षक नेशनल गार्ड एफ. 51 को फार्गो, उत्तरी डेकोटा (अमरीका) स्थित एयर बस पर उतारने की तैयारी में थे। अचानक उनकी नजर अपने सामने उड़ रही एक उड़न- तश्तरी पर जा पड़ी !  पहले तो जॉर्ज ने सोचा कि वह रोशनी शायद नजदीक ही गुजर रहे किसी अन्य बमबर्षक के पिछले हिस्से से आ रही होगी ! कंट्रोल टॉवर पर बैठे अधिकारियों, जिनकी नजर भी उस रोशनी पर पड़ चुकी थी, ने जॉर्ज को बताया कि ऐसा नहीं था !  उनके अनुसार रोशनी दिखाई देने वाले उस स्थान पर उस समय कोई भी विमान मौजूद नहीं था ! इस जानकारी के मिलने पर जॉर्ज ने उस रोशनी के कारण को जानने के उद्देश्य से उसका पीछा करने की ठानी !  पीछा करने के अपने इस क्रम में

दोस्ती चाही थी पर ??? -- एलियन की कहानी - Story of Alien

दोस्ती चाही थी पर ??? -- एलियन की कहानी - Story of Alien : अनेक लोगों ने कई अवसरों पर अन्य ग्रहों से आए यानों के सवारों से मुलाकात एंव देखने का दावा किया है ! ऐसे दावों का अनेक अवसरों पर वैज्ञानिक द्वारा परीक्षण कर उनको सत्य साबित किया जा चुका है !  इन कथित रहस्यमय लोकवासियों द्वारा पृथवीवासियों से मुलाकात की अनेक रोचक घटनाएं दर्ज हैं ! प्रस्तुत घटना इस तरह की घटनाओं में शायद अपने आप में अनोखी घटना है ! 20 मई , 1967 को स्टीव माइकेलक मनिटोबा ( कनाडा ) स्थित अपने घर से कुछ ही दूर टहलने के उद्देश्य से चहल- कदमी कर रहा था ! अचानक उसने अपनी तरफ उड़कर आती हुई दो विशाल चीजें देखी !  वे दोनो वस्तुएं लाल रंग की चमक लिए हुए थीं और आश्चर्यजनक रूप से जमीन से मात्र कुछ ही मीटर ऊपर हवा में उड़ रही थी ! ऐसे अद्भुत नजारे को देखकर माइकेलक पास ही स्थित एक स्थान पर छिप गया और उन वस्तुओ को निहारने लगा !  पास आने पर उसने देखा कि वे विशाल चीजें वास्तव में एक प्रकार के यान थे ! उसने पहले ऐसे विचित्र यान नहीं देखे थे ! वे यान पास ही एक स्थान की जमीन पर उतर आए ! कोई आधे घंटे तक तो वह उन्हे छिपकर देखता रहा !