दो औरतो के साथ अज्ञात प्राणी का अजीब मुलाक़ात - alien story in hindi :
दिन की है ! स्थानीय इलाके की दो औरतें घटना वाले दिन
अपने घर के पास एक स्थान पर बैरीज (एक प्रकार का जंगली फल) इकट्ठा करने के उद्देश्य से निकली थीं !
अपने घर के पास एक स्थान पर बैरीज (एक प्रकार का जंगली फल) इकट्ठा करने के उद्देश्य से निकली थीं !
दोनों औरतें आपस में बात करती हुई अपने काम को अंजाम दे रही थी की तभी एक आदमी उन दोनों औरतों के पास आया और उसने उन्हें इशारे से अपने पीछे-पीछे आने को कहा !
दोनों औरतों को थोड़ी हैरानी तो अवश्य हुई, पर फिर कुछ सोचती हुई वे उस आदमी के पीछे-पीछे चल पड़ीं ! आदमी चलता हुआ एक स्थान पर जाकर रूक गया ! वहाँ दोनों औरतों ने एक अजीब-सी चीज देखी !
दोनों औरतों को थोड़ी हैरानी तो अवश्य हुई, पर फिर कुछ सोचती हुई वे उस आदमी के पीछे-पीछे चल पड़ीं ! आदमी चलता हुआ एक स्थान पर जाकर रूक गया ! वहाँ दोनों औरतों ने एक अजीब-सी चीज देखी !
सामने ही एक अजीब डिस्कनुमा चीज जमीन पर पडी थी ! चीज के नीचे की जमीन कुछ धंसी हुई थी और वह व्यास में कोइ पांच मीटर के करीब थी !
अभी वे औरते उस अजीब-सी चीज को विस्मय से देख ही
रहीं थी की सहसा उस आदमी ने उनसे बातें करनी शुरू कर
दी, परन्तु औरतों के पल्ले कुछ भी न पड़ा ! वे दोनो उसकी
भाषा में प्रयुक्त किसी भी शब्द या ध्वनि को कोई भी हिस्सा
समझ न पाई !
उन दोनों औरतों ने उस व्यक्ति से बात करने के उद्देश्य से न सिर्फ नॉर्वेजियन में, बल्कि फ्रेंच, जर्मन, और अंग्रेजी भाषा में भी बात करके देखी, पर नतीजा वही ढाक के तीन पात ! भाषा के माध्यम से एक-दूसरे को न समझ पाते देख दोनों औरतों ने अगला कदम इशारों की भाषा के रूप में उठाया ! पर उनका यह प्रयास भी सफल न सिद्ध हुआ ! कोई भी पक्ष एक-दूसरे को कुछ भी समझाने या बताने में सफल नहीं हुआ !
दी, परन्तु औरतों के पल्ले कुछ भी न पड़ा ! वे दोनो उसकी
भाषा में प्रयुक्त किसी भी शब्द या ध्वनि को कोई भी हिस्सा
समझ न पाई !
उन दोनों औरतों ने उस व्यक्ति से बात करने के उद्देश्य से न सिर्फ नॉर्वेजियन में, बल्कि फ्रेंच, जर्मन, और अंग्रेजी भाषा में भी बात करके देखी, पर नतीजा वही ढाक के तीन पात ! भाषा के माध्यम से एक-दूसरे को न समझ पाते देख दोनों औरतों ने अगला कदम इशारों की भाषा के रूप में उठाया ! पर उनका यह प्रयास भी सफल न सिद्ध हुआ ! कोई भी पक्ष एक-दूसरे को कुछ भी समझाने या बताने में सफल नहीं हुआ !
जब सारी कोशिशें बेकार हो गईं, तो अंततः वह अजनबी
निराश हो गया ! बिना कुछ कहे-सुने वह अजनबी अपने उस
डिस्कनुमा यान में सवार होकर वहाँ से निकल गया ! वे औरतें कभी न जान पाई की वह अजनबी कौन था और उनसे क्या कहना चाहता था ?
डिस्कनुमा यान में सवार होकर वहाँ से निकल गया ! वे औरतें कभी न जान पाई की वह अजनबी कौन था और उनसे क्या कहना चाहता था ?
वह व्यक्ति जो उन दो औरतों के पास शायद किसी विशेष
उद्देश्य से आया था, भाषा की नासमझी की वजह से अपने
उद्देश्य में कामयाब न हो सका ! शायद इसे ही समझ का फेर
कहा जाता है !
उद्देश्य में कामयाब न हो सका ! शायद इसे ही समझ का फेर
कहा जाता है !
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ReplyDeletehttps://www.pyarmeindia.com
Iska html sitemap kaise banau. Help me plzzzzz.
😊😊😊...ho skta hai ..
ReplyDeleteThanks Buddy For Sharing Interesting & Helpfully Informations. Keep Share More Informations UCNewsTime
ReplyDeletenic post sir and usefull jamkari bhut ache se samjya appne Health Tips Lb
ReplyDeleteYe Wala elien story achha that.
ReplyDeleteBest review information thanks for sharing and keep continue
ReplyDeleteBest Shayari image