रेडियोधर्मिताऔर उड़न-तश्तरियां:--
अगले कुछ ही दिनों में अन्य सभी स्टेशनों से डाटा अथवा
जानकारियां आने लगी ! सभी स्टेशनों से प्राप्त जानकारियों
से शीघ्र ही एक बात मालूम हो गई कि उस उड़न-तश्तरी
के उड़न पथ के नजदीक स्थित सभी स्टशनों ने अपने
आसपास के वातावरण में रेडियोधर्मी प्रभाव को सामान्य
से अचानक कुछ ज्यादा बढ़ा हुआ पाया ! अन्य स्थित
स्टेशनों से ऐसी कोई भी बात सामने नहीं आई ! इससे एक
बात तो मालूम होती ही है कि हमारे आकाश में उड़ती हुई
देखे जाने वाली उन अद्भुत और रहस्यमय चीजों में रेडियोधर्मिता
भी होती है !
उड़न-तश्तरियाों के बारे में आज भी स्पष्ट तौर से न जान पाने
के पीछे एक सशक्त कारण है , उनका अचानक ऐसे समय
ऐसे स्थान पर आना कि जिसके बारे में पहले से किसी को
भी पता नहीं होता है ! इसलिए संभव नहीं है कि जिसे
उड़न-तश्तरी दिखे , वह उस वक्त जरूरी वैज्ञानिक उपकरणें से
सुसज्जित हो ही !
के पीछे एक सशक्त कारण है , उनका अचानक ऐसे समय
ऐसे स्थान पर आना कि जिसके बारे में पहले से किसी को
भी पता नहीं होता है ! इसलिए संभव नहीं है कि जिसे
उड़न-तश्तरी दिखे , वह उस वक्त जरूरी वैज्ञानिक उपकरणें से
सुसज्जित हो ही !
परंतु कभी-कभी ऐसे संयेग हो जाते है , जबकि ऐसा हे जाता
है ! ऐसे ही संयोगो के कारण ही हम इन चीजों के बारे में
थोड़ा बहुत जान पाते है ! ऐसी ही संयोगों के कारण ही इन
चीजों के बारे में थोड़ा बहुत जान पाते हैं ! ऐसी ही एक
असाधारण घटना अमरीका में जुलाई , 1951 में घटी ! पूर्वी
स्टेट्स के एक विशाल भाग में अनेक स्टेशन स्थापित किए गए
थे ! ये स्टेशन प्राकृतिक रेडियोधर्मी के प्रभाव में समय-समय
पर होने वाले परिवर्तनों को मापने एवं उन पर नजर रखने के
दृष्टिकोण से वहां पर स्थापित किए गए थे ! एक शाम को दो
वैज्ञानिकों , जो इस संबंध में अध्ययन कर रहे थे , ने आकाश
में उड़ती हुई उड़न-तश्तरी को देखा !
है ! ऐसे ही संयोगो के कारण ही हम इन चीजों के बारे में
थोड़ा बहुत जान पाते है ! ऐसी ही संयोगों के कारण ही इन
चीजों के बारे में थोड़ा बहुत जान पाते हैं ! ऐसी ही एक
असाधारण घटना अमरीका में जुलाई , 1951 में घटी ! पूर्वी
स्टेट्स के एक विशाल भाग में अनेक स्टेशन स्थापित किए गए
थे ! ये स्टेशन प्राकृतिक रेडियोधर्मी के प्रभाव में समय-समय
पर होने वाले परिवर्तनों को मापने एवं उन पर नजर रखने के
दृष्टिकोण से वहां पर स्थापित किए गए थे ! एक शाम को दो
वैज्ञानिकों , जो इस संबंध में अध्ययन कर रहे थे , ने आकाश
में उड़ती हुई उड़न-तश्तरी को देखा !
अगले कुछ ही दिनों में अन्य सभी स्टेशनों से डाटा अथवा
जानकारियां आने लगी ! सभी स्टेशनों से प्राप्त जानकारियों
से शीघ्र ही एक बात मालूम हो गई कि उस उड़न-तश्तरी
के उड़न पथ के नजदीक स्थित सभी स्टशनों ने अपने
आसपास के वातावरण में रेडियोधर्मी प्रभाव को सामान्य
से अचानक कुछ ज्यादा बढ़ा हुआ पाया ! अन्य स्थित
स्टेशनों से ऐसी कोई भी बात सामने नहीं आई ! इससे एक
बात तो मालूम होती ही है कि हमारे आकाश में उड़ती हुई
देखे जाने वाली उन अद्भुत और रहस्यमय चीजों में रेडियोधर्मिता
भी होती है !
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