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यात्री जहाज बनाम उड़न-तश्तरी : Alien Ki Real Kahani

यात्री जहाज बनाम उड़न-तश्तरी : Alien Ki Real Kahani -

यात्री जहाज बनाम उड़न-तश्तरी : Alien Ki Real Kahani

यह  घटना 23 जुलाई, 1948 के दिन क्लेरेन्स चाइल्स नामक एक अमरीकी एयरलाइन के यात्री जहाज पायलट के साथ घटित हुई थी ! चाइल्स कोई नौसिखिया पायलट नहीं था, अपितु उसे द्वितीय विश्वयुद्ध में विमान संचालन का गहरा अनुभव था ! वह एक कुशल हवाबाज था और हवाई उड़ान संबंधी सभी तकनीकों में  पारंगत था !

घटना के समय चाइल्स अपने यात्री विमान को अलबामा के ऊपर उड़ा रहा था ! वातावरण में चारों तरफ अँधेरे की नीरवता के सिवा कुछ न था ! सुबह के लगभज 3 बज रहे
थे ! चाइल्स अपने विमान पर पूर्ण नियंत्रण रखे हुए था ! अचानक उसकी नजर एक अजीब से दिखने वाले एक अन्य यान पर पर जा पड़ी !

वह अज्ञात यान उत्तर-पूर्व दिशा से होकर बड़े वेग से उस ओर आ रहा था ! पहले तो चाइल्स ने सोचा कि वह यान कोई जेट फाइटर था ! शीघ्र ही उसे यह मालूम पड़ गया कि उसकी सोच गलत थी और वह अज्ञात यान जेट फाइटर नहीं था !

वह यान चाइल्स के यात्री विमान के पास से होता हुआ गुजर
गया ! चाइल्स ने उस यान को स्पष्ट तौर पर देखा ! उसके अनुसार उस यान की लंबाई 30 मीटर के लगभज थी ! पूरा यान चमकीली नीली रोशनी से चमक रहा था ! ऐसा लगता था मानो वह नीली रोशनी उस यान को चारो तरफ से अपने में लपेटे हुए हो !

जैसे ही यान चाइल्स के पास से होकर गुजरा, उसने देखा कि उस यान के पिछले हिस्से से भयंकर लपटें निकल रही थीं ! सबसे हैरानी की बात यह थी कि उस यान का तीव्र गति से पैदा हुआ बल ! 

जैसे ही यान चाइल्स के यात्री विमान की बगल से होता हुआ गुजरा, उसके तीव्र वेग से चाइल्स ने अपने विमान को एक तरफ झटका खाते हुए स्पष्टत: महसूस किया ! फिर वह यान उस रात के अंधकार में उड़ता हुआ एक ओर निकल गया !

उम्मीद करता हूँ यात्री जहाज बनाम उड़न-तश्तरी : Alien Ki Real Kahani कहानी आपको पसंद आया होगा। 

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